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घरेलू नुस्खे, उपाय, उपचार व तरीके। Home Remedies in Hindi

घरेलू उपाय सामान्यत: घर में मौजूद सामग्री और प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करके स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं का समाधान करने के लिए किए जाने वाले उपायों को कहा जाता है। ये उपाय आमतौर पर सामाजिक परंपरा और आयुर्वेदिक तरीकों पर आधारित होते हैं। यह उपाय आमतौर पर सामान्य बीमारियों, छोटी मोटी समस्याओं को दूर करने के लिए अपनाए जाते हैं।

यहां कुछ सामान्य घरेलू उपायों की कुछ उदाहरण हैं जिनका लाभ लेकर बहुत सी बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।

1.दूर करें होठों का कालापन


थोड़ी-सी दूध की मलाई में चुटकी भर हल्दी मिलाकर इसे होठों पर लगाकर 2-3 मिनट तक मालिश करें। पंद्रह मिनट बाद इसे गीली रुई से साफ़ कर लें। इस उपाय से कुछ ही दिन में होठों का कालापन दूर हो जाता है।


2.अल्सर की रामबाण औषधि ” एलोवेरा जूस”


एलोवेरा पेट के घावों तथा सूजन को ख़त्म करने में बहुत सहायक है। प्रतिदिन खाली पेट 10-20 ml एलोवेरा जूस का सेवन करने से अल्सर रोग में आशातीत लाभ होता है ।

  1. वायरल फीवर में प्रभावी है तुलसी
    प्राकृतिक उपचार में वायरल बुखार के लिए सबसे प्रभावशाली औषधि है तुलसी । एक लीटर पानी में २०-२५ तुलसी के पत्ते तथा ३-४ लौंग कूटकर उबाल लें। जब पानी आधा रह जाए तब इसे छानकर रख लें । इस काढ़े का सेवन हर आधे घंटे में करने से वायरल बुखार में आराम होता है।
  2. टाँगों में दर्द
    गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर घुटने तक दोनों टाँग डुबोकर 15-20 मिनट तक बैठें। सेंधा नमक में पाए जाने वाले तत्व मांसपेशियों को प्राकृतिक रूप से आराम पहुँचाते हैं तथा दर्द व सूजन ठीक करते हैं।
  3. पेट में गैस होने पर
    छाछ में काला नमक, भुनी हुई अजवायन तथा पुदीना की तीन- चार पत्तियाँ मिलाकर पीने से गैस की समस्या में काफी लाभ मिलता है।
  4. माइग्रेन
    सूखा धनिया, सौंफ (मोटी) तथा मिश्री बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें तथा दिन में तीन बार आधा-आधा चम्मच की मात्रा में सादे पानी से लें। इस प्रयोग को प्रतिदिन करने से माइग्रेन में बहुत आराम मिलता है।
  5. एंटीऑक्सिडेंट्स से परिपूर्ण हैं अनानास
    अनानास में विटामिन C तथा एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में होते हैं अतः इसके सेवन से हमारी त्वचा सुंदर तथा चमकदार बनती है। यह चेहरे के दाग धब्बों तथा झुर्रियों को भी दूर करता है।
  6. माँसपेशियों हेतु आवश्यक है पानी पीना
    हमारे शरीर में एक बड़ी मात्रा पानी की होती है तथा पर्याप्त पानी पीने से यह मात्रा संतुलित रहने के साथ ही तापमान भी नियंत्रित रहता है । माँसपेशियों के स्वास्थ्य हेतु भी पानी अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इससे इनकी क्रियाशीलता बनी रहती है।
  7. खाँसी दूर करने का उपाय
    पाँच तुलसी के पत्ते तथा एक छोटा टुकड़ा अदरक लेकर इनका रस निकाल लें। इस रस को हल्का गुनगुना करके एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम चाटने से खाँसी में बहुत आराम मिलता है।
    10.हाथ जलने पर प्याज़ का उपयोग
    अचानक हाथ जल जाने पर बहुत तेज जलन होने की स्थिति में प्याज को आधा काटकर जलन वाले स्थान पर लगाएँ । जलन कम होगी तथा छाला भी नहीं पड़ेगा ।

18.पनीर का सेवन है अत्यंत लाभप्रद


पनीर कैल्शियम, प्रोटीन तथा आयरन आदि का अच्छा स्रोत है | इसके सेवन से दाँत तथा हड्डियाँ व मांसपेशियाँ मज़बूत होती हैं और जोड़ों के दर्द में भी आराम मिलता है | पनीर में मौजूद खनिज शरीर की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।


19.मसालों की रानी इलायची

26.मुँह के छाले
मुँह में छाले होने पर गोले का टुकड़ा तथा एक चम्मच चिरौंजी मुँह में डालकर चूसते हुए धीरे- धीरे चबाने से लाभ होता है, इससे छालों की अकड़ाहट दूर हो जाती है।
27.फोड़े फूंसियो हेतु उपचार
थोड़ी-सी अजवायन लेकर इसे गर्म पानी में पीस कर लेप बना लें | यह लेप प्रभावित स्थान पर दिन में तीन बार लगाने से लाभ होता है ।
28.गर्मियों में पिएँ नारियल पानी
नारियल में विटामिन्स, खनिज तथा अनेक पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। गर्मियों में नारियल पानी पीने से उल्टी आना तथा अधिक प्यास लगना कम हो जाता है | यह एक उत्तम पेय है ।
29.पैरों में अधिक पसीना आने पर करें ये उपाय
यदि पैरों के तलवों में अधिक पसीना आता हो तो बाल्टी अथवा टब में पैर डुबोने लायक पानी लेकर उसमें एक चम्मच फिटकरी चूर्ण डाल लें तथा इसमें तीन-चार मिनट पैरों को डुबोकर बैठ जाएँ | इस उपाय से ये समस्या दूर हो जाती है ।
30.अधिक गर्मी में घुटन महसूस होने पर
अधिक गर्मी होने पर यदि घुटन सी महसूस हो रही हो तो एक खीरा काटकर, उस पर थोडा सा सेंधा नमक तथा नींबू का रस लगाकर खाने से तुरंत राहत मिलती है ।
31.गेंदे के फूल, रखें मच्छर दूर
सभी शुभ कार्यों में गेंदे के फूल का प्रयोग किया जाता है परन्तु बहुत कम लोगों को पता है कि गेंदे के फूल की गंध से मच्छर भी दूर भागते हैं | अपने घर के बरामदे व बालकनी में गेंदे के पौधे अवश्य लगाएँ और मच्छरों को दूर भगाएँ ।
32.चेहरे की सुंदरता हेतु नीम तथा शहद
नीम के चार से पाँच पत्ते लेकर पीस लें तथा इसमें एक चम्मच शहद मिला लें तथा इस लेप को आधे घंटे के लिए चेहरे पर लगाकर धो लें। शहद तथा नीम चेहरे को सुंदर तथा कोमल बनाते हैं तथा इनके प्रयोग से कील-मुंहांसे तथा काले धब्बे दूर होकर चेहरे का रूखापन दूर होता है।
33.टॉक्सिन्स (Toxins) दूर करे ” गुड़ “

34.स्वादिष्ट ही नहीं स्वास्थ्यवर्धक भी है शिमला मिर्च
शिमला मिर्च में पाए जाने वाले तत्व प्राकृतिक दर्द निवारक की तरह कार्य करते हैं। इसमें विटामिन – C भी प्रचुर मात्रा में है जो हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही इन्फेक्शन भी दूर करता है ।
35.मच्छर के काटने से होने वाली खुजली
मच्छर के काटने से लाल चकत्ते पड़ जाते हैं जिनमें बहुत खुजली तथा जलन होती है | इसके लिए एक नींबू काटकर उसका रस प्रभावित स्थान पर मलने से शांति मिलती है तथा इन्फेक्शन से भी बचाव होता है।
36.मधुमेह की औषधि “ जामुन ”

  1. तैलीय त्वचा हेतु
    ऑयली स्किन साफ़ करने के लिए नींबू के रस में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर रुई के फाहे से त्वचा को साफ़ करें, चिपचिपापन दूर हो जाएगा |

46.एक नीम- सौ हकीम
नीम का वृक्ष अपने औषधीय गुणों के कारण पारंपरिक इलाज में उपयोगी रहा है। नीम के बारे में कहा जाता है कि एक नीम और सौ हकीम दोनों बराबर है । नीम की छाल में ऐसे गुण होते हैं, जो दाँतों और मसूढ़ों में लगने वाले तरह-तरह के बैक्टीरिया को पनपने नहीं देते हैं, जिससे दाँत स्वस्थ व मज़बूत रहते हैं । नीम की दातुन करने से दांत व मसूढे मज़बूत होते हैं और दांतों में कीड़ा नहीं लगता है, तथा मुंह से दुर्गंध आना बंद हो जाता है।
47.पीलिया के रोगी रखें इन बातों का ध्यान
रोगी को मैदे से बनी वस्तुएं, खटाई, उड़द सेम, सरसों युक्त गरिष्ठ भोजन नहीं देना चाहिए |

49.त्रिदोषहर है मूंग की दाल
मूँग की छिलके वाली दाल को पकाकर यदि शुद्ध देसी घी में हींग- जीरे से छौंककर खाया जाए तो यह वात, पित्त और कफ़ तीनों दोषों को शांत करती है । इस दाल का प्रयोग रोगी व निरोगी दोनों जन कर सकते हैं |
50.ऊर्जा बढ़ाए “अंकुरित चना”
काले चने भिगोकर अंकुरित कर लें | इसमें नमक, अदरक, नींबू का रस तथा काली मिर्च चूर्ण डालकर नाश्ते में सेवन करने से उर्जा के स्तर में वृद्धि होती है | यह मधुमेह के रोगियों हेतु भी बहुत स्वास्थ्यप्रद है ।
51.बढ़ते बच्चों को अवश्य खिलाएँ बादाम
बादाम में कैल्शियम, आयरन तथा फोस्फोरस प्रचुर मात्रा में पाया जाता है | प्रतिदिन पाँच गिरी बादाम रात को भिगोकर रखें तथा सुबह छीलकर बच्चों को खिलाकर ऊपर से एक गिलास गर्म दूध पिला दें | इस प्रयोग को करने से बच्चों की हड्डियाँ मज़बूत होती हैं |
52.गर्मी के मौसम में रखें इन बातों का ध्यान
गर्मी के मौसम में तली हुई अथवा मसालेदार वस्तुओं तथा अधिक ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें | नींबू पानी, छाछ, बेल शरबत, गन्ने का रस तथा सत्तू जैसे पेय पदार्थ इस मौसम में शरीर को ठंडक पहुंचाने के साथ ही पानी की कमी भी नहीं होने देते |
53.कमल ककड़ी (lotus stem) के स्वास्थ्य लाभ

57.मौसमी का रस
मौसमी का रस हृदय रोगनाशक तथा शक्तिवर्धक होता है | आधा कप मौसमी का रस सुबह के नाश्ते के बाद प्रतिदिन सेवन करने से हृदय रोग में काफी लाभ होता है।
58.चावल (Rice) के गुण
भूरे रंग के चावल

65.दिमाग की कमज़ोरी
प्रतिदिन सुबहखाली पेट तीन से पाँच काजू खाकर ऊपर से चाटने से स्मरण शक्ति बढ़ती है तथा दिमागी कमज़ोरी दूरथोड़ा-सा शहदहोती है ।
66.स्वास्थ्यप्रद है कटहल
(कटहल)
कटहल के सेवन से हड्डियाँ मज़बूत होती हैं।

बच्चों को अवश्य कराएँ गुड़ का सेवन
बढ़ते हुए बच्चों को गुड़ खिलाना उनके लिए लाभप्रद होता है | यह विटामिन A, B तथा कैल्शियम का अच्छा स्रोत है अत: यह बच्चों की हड्डियाँ मज़बूत बनाता है | गुड़ में अन्य पोषक तत्व भी प्रचुर मात्रा में होते हैं अतः बच्चों को प्रतिदिन एक डली गुड़ अवश्य खिलाएँ
78.छोटा-सा टिंडा, बड़ा गुणकारी
‘टिंडे में बहुत सारे ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं।

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